Shiv chaisa - An Overview
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शक्ति और समृद्धि का प्रतीक श्री दुर्गा बीसा यंत्र मां दुर्गा को जल्द प्रसन्न करने के लिए आज ही घर में स्थापित करें शक्तिशाली दुर्गा बीसा यंत्र!
अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, हे शिव आपकी जय हो। जो भी इस पाठ को मन लगाकर करेगा, शिव शम्भु उनकी रक्षा करेंगें, आपकी कृपा उन पर बरसेगी।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
Devotees who chant these verses with intense adore turn into prosperous by the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to have youngsters, have their desires fulfilled following partaking of Shiva-Prasad with faith and devotion.
पूजन रामचन्द्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
अंग गौर शिर गंग बहाये। मुण्डमाल तन छार लगाये॥
अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।
माता-पिता भ्राता सब होई। संकट में पूछत नहिं कोई॥
जय सन्तोषी मात अनूपम। शान्ति दायिनी रूप मनोरम॥ सुन्दर वरण चतुर्भुज रूपा। वेश मनोहर ललित अनुपा॥
पूजन रामचंद्र जब more info कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥
योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। नारद शारद शीश नवावैं॥
क्षमहु नाथ अब चूक हमारी ॥ शंकर हो संकट के नाशन ।
तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥